सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

Earn money? इतना भी मुश्किल नहीं है...#जीवन_आनन्द:

Best place

लाईफ (Life) जब मूवमेंट (Movement) करती है, तो समझिए कि कुछ अच्छा होने जा रहा है। यह क्या हो सकता है, आप नहीं जानते, लेकिन रोजर्मरा की सैटेल्ड लाईफ में हल्के से चेंजिंग से भी आप परेशान हो जाते हैं। यह ठीक वैसा ही है, जैसे कि आपकी शादी होना, आपकी जाॅब लगना या आपका टांसफर हो जाना।

How do I earn Money
Vikas Kumar Verma
Editor, News Chakra


नमस्कार दोस्तों, ब्लाॅगवाणी के #जीवन_आनन्द में आपका स्वागत है। मैं हूं आपके साथ विकास वर्मा। दोस्तों, कल मुझे एक फोन काॅल आया। अपने ही शहर से, कोटपूतली से। नाम बताया, श्रृति। श्रृति ने बताया कि उसकी शादी को 5 साल हुए हैं। पति के पास कोई काम नहीं है, या यूं कहूं कि अपनी जिम्मेदारी के प्रति जिम्मेदार नहीं है। घर खर्च भी नहीं कमाता है। ऐसे में कई बार बाहर काम करने जाना पड़ता है। मैं लोगों के खेतों में काम करके कुछ पैसे ले आती हुं, तो घर खर्च चलता है।

दोस्तों, श्रृति ने बताया कि उसका पति उसे बाहर कमाने जाने से मना करता है, साथ ही अगर बाहर जाती है तो उस पर चरित्रहीन का आरोप लगाता है। उसे अन्य परिवारजनों के सामने बेईज्जत करता है, गालियां निकालता है। श्रृति ने पूछा- मुझे क्या करना चाहिए ?

दोस्तों, श्रृति जैसी स्थिति या कहानी बहुत सी महिलाओं की है। ऐसे में यह ध्यान रखना चाहिए कि हमें रिश्तों के बाहर भी नहीं जाना है। श्रृति इसलिए काम करना चाहती है कि पति कुछ कमाता नहीं है। लेकिन श्रृति बाहर जाती है तो पति उसके चरित्र पर भी अंगुली उठाता है। ऐसे में रिश्ते व परिवार टूटने का खतरा बनता है। कई बार गलतफहमियां अपराध भी करा बैठती हैं। इसलिए मैने श्रृति को बताया कि वह अपने पति से बात करे और घर से किए जाने वाले काम दोनों मिलकर शुरू करें। काम श्रृति करे, पति का सहयोग रहे, तो समस्या का समाधान आसानी से हो जाएगा।

घर से किए जाने वाले बहुत से काम हैं। सिलाई, बुनाई, कढ़ाई के अलावा अचार, पापड़, नमकीन या अन्य हैंडीक्राफ्ट वर्क कोई भी महिला घर बैठे कर सकती है, और अच्छी खासी आमदनी भी कमा सकती है। अगर पढ़ी लिखी हैं तो Online Work कर सकती हैं। वेबसाईट, ब्लाॅग या यू ट्यूब चैनल चला सकती हैं। इसके लिए जरूरी नहीं कि आपको रिश्ते ताक पर रखकर घर की दहलीज ही पार करनी पड़े।

How Earning Money

आज कमाना (Earning money) इतना भी मुश्किल नहीं है। अगर आप अच्छा लिखना जानते हैं तो भी महिने का 20 से 30 हजार आसानी से कमा सकते हैं। अपना ब्लाॅग लिखकर। मेरे इस ब्लाॅग पर आप कुछ विज्ञापन देख रहे होगें। इनमें से कुछ आपकी जरूरत वाले भी होगें, अगर आप इन पर क्लिक करते हैं तो मुझे Earning होती है। बस यही होता है ब्लाॅग का फंडा। आप लिखते जाईए, कमाई की चिंता मत करिए। यही सब श्रृति को भी बताया। यानी कि How Earning Money इतना भी मुश्किल नहीं है।


याद रखिए कि मानव मन भावनाओं का अथाह सागर है। प्रतिपल उठती भावुक लहरें एक नये मंथन को जन्म देती हैं, एक नये विचार का आविर्भाव करती हैं। इसलिए किसी परिवर्तन या परेशानी से मत घबराईए, बल्कि तसल्ली से बैठकर सोचिए, समाधान भी आपके ही पास होगा।

दोस्तों, हमारी सोच, समझ और विचारों को अच्छी तरह का खाद-पानी देना जरूरी है। मन के प्रति सजगता, व्यक्ति को बाहर से आने वाली कुंठा व दुख की बौछार से सरलता से बचा लेती है, इसलिए मन पर सबसे अधिक ध्यान देना जरूरी है, कि मन का व्यवहार कहीं बदल तो नहीं रहा। 

ध्यान देने की जरूरत है कि कहीं हम अपने ही मन की बात को अनुसना तो नहीं कर रहे हैं। हमें अधिक तेजी से गुस्सा आने लगा है। हम बिना पूरी बात सुने ही गुस्से से उबलने लगे हैं, तो हमें समझना चाहिए कि मन के भीतर कुछ ऐसा घट रहा है जो बाहर से नहीं दिख रहा है। बहुत से लोगों के लिए मन में प्रेम कम होता जा रहा है। करुणा कम होती जा रही है, तो थोड़ा ठहरकर मन को संभालना जरूरी है। तो अपने मन की सीमा को पहचानिए, और सुखी जीवन के लिए इसे शुद्ध बनाने की कौशिश कीजिए, और मन के विचारों की शुद्धिकरण के लिए पढ़ते रहिए, ब्लाॅगवाणी पर जीवन आनन्द।

यह आनन्द रस अपने दोस्तों व शुभचिंतकों में बांटने के लिए इसे शेयर जरूर करें।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

#जीवन_आनन्द: कांटे ही सुरक्षा कवच होते हैं, सीख लो

कोरोना ने Life Style को बदल दिया है। सुबह उठने से लेकर रात के सोने तक का टाईम टेबल परिवर्तित हो चुका है। व्यापार के नियम कायदे भी बदल रहे हैं। इस बीच कुछ को अवसर मिला है तो बहुत से लोग अवसाद में भी हैं। लेकिन क्यों ? Vikas Kumar Verma  जीवन प्रकृति से परे तो नहीं है! प्रकृति खुद बताती है कि ‘जीवन में छोटे से छोटे परिवर्तन’ के भी क्या मायने हैं। फिर हम छोटी-छोटी परेशानियों से घबरा क्यूं जाते हैं। दोस्तों, नमस्कार। ब्लाॅगवाणी के जीवन आनन्द काॅलम में आपका स्वागत है। मैं हूं आपके साथ विकास वर्मा। आईए, चर्चा करते हैं आज ब्लाॅगवाणी में ‘कांटों के सुरक्षा कवच’ की। क्योंकि गुलाब की तरह महकना है तो कांटों को ही सुरक्षा कवच बनाना होगा। जीवन में ‘बेर’ की सी मिठास चाहिए, तो कांटों को सुरक्षा कवच बनाईए। ग्वारपाठे से गुण चाहिए तो ‘कांटों को सुरक्षा कवच बनाईए। यानी कि जीवन में कांटों का सुरक्षा कवच हमें ‘VIP’ बनाता है। और ये कांटे होते हैं हमारी बाधाऐं, हमारी परेशानियां, हमारे दुखः। यह तो तय है कि जीवन में हरेक परेशानी एक नयी राह दिखाती है। जब भी हम परेशानियों से घिरते हैं तो खुद को और अधि...

'अनबिलिवेबल' टाइगर श्रॉफ का पहला सॉन्ग, रिलीज का इंतजार ....टीजर जारी

 'अनबिलिवेबल' टाइगर श्रॉफ के पहले सॉन्ग का टीजर रिलीज ब्लागवाणी, डेस्क । बॉलीवुड के एक्शन स्टार टाइगर श्रॉफ अब सिंगिंग में भी हाथ आजमाने जा रहे है। उन्होंने अपने पहले सॉन्ग का टीजर रिलीज कर दिया है। टाइगर श्रॉफ जबरदस्त एक्शन और डांस के लिए मशहूर हैं। वह सिंगिंग में ‘अनबिलिवेबल’ के साथ डेब्यू करने जा रहे हैं, जिसका हाल ही में उन्होंने पोस्टर जारी किया था और अब उसका टीजर रिलीज कर दिया है। इसे देखकर दर्शक काफी उत्साहित है। टाइगर ने इंस्टाग्राम व ट्वीट कर दी जानकारी टाइगर ने इस सॉन्ग को इंस्टाग्राम पर शेयर करते हुए लिखा, ‘‘यह मेरे पहले सॉन्ग का टीजर है उम्मीद करता हूं कि आपको पसंद आएगा। टाइगर अपने हाथों में माइक थामकर गाने को अपनी आवाज दे रहे हैं। यानी कि अब टाइगर सिर्फ एक्टर, डांसर नहीं, बल्कि अच्छे सिंगर के तौर पर भी नजर आने वाले हैं।  टाइगर श्रॉफ के गाने का 'Unbelievable' के टीजर आपको बता दें कि यह सॉन्ग बिग बैंग म्यूजिक द्वारा निर्मित है, जिसमें टाइगर पहली बार अपनी ही धुन पर झूमते और गाते दिखाई देंगे। टाइगर का यह सॉन्ग 22 सितंबर को रिलीज होगा। गाने को मशहूर डायरेक्टर प...

उल्लू है हम...यकीन ना आए तो पढ़कर देख लो... Article (2019)

कल रात जब मैं चिल्ला रहा था तो आपने अपनी पत्नी से कहा था कि यह इलाका उजड़ा और वीरान इसलिए है क्योंकि यहाँ उल्लू रहता है!  Read carefully... एक बार एक हंस और हंसिनी हरिद्वार के सुरम्य वातावरण से भटकते हुए, उजड़े वीरान और रेगिस्तान के इलाके में आ गये! हंसिनी ने हंस को कहा कि ये किस उजड़े इलाके में आ गये हैं ??  यहाँ न तो जल है, न जंगल और न ही ठंडी हवाएं हैं यहाँ तो हमारा जीना मुश्किल हो जायेगा ! भटकते भटकते शाम हो गयी तो हंस ने हंसिनी से कहा कि किसी तरह आज की रात बीता लो, सुबह हम लोग हरिद्वार लौट चलेंगे ! रात हुई तो जिस पेड़ के नीचे हंस और हंसिनी रुके थे, उस पर एक उल्लू बैठा था। वह जोर से चिल्लाने लगा। हंसिनी ने हंस से कहा- अरे यहाँ तो रात में सो भी नहीं सकते। ये उल्लू चिल्ला रहा है। हंस ने फिर हंसिनी को समझाया कि किसी तरह रात काट लो, मुझे अब समझ में आ गया है कि ये इलाका वीरान क्यूँ है ??  ऐसे उल्लू जिस इलाके में रहेंगे वो तो वीरान और उजड़ा रहेगा ही। पेड़ पर बैठा उल्लू दोनों की बातें सुन रहा था। सुबह हुई, उल्लू नीचे आया और उसने कहा कि हंस भाई, मेरी वजह से ...

कृपया फोलो/ Follow करें।

कुल पेज दृश्य